माले महादेश्वर टाइगर मौत
माले महादेश्वर टाइगर मौत

रायपुर / ETrendingIndia / माले महादेश्वर टाइगर मौत , माले महादेश्वर हिल्स वन्यजीव अभयारण्य से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। एक बाघिन और उसके चार शावकों की मौत हो गई है, जिससे वन विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

माले महादेश्वर टाइगर मौत , वन अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक जांच में यह संदेह जताया गया है कि जहर मिला मांस, विशेष रूप से एक मरी हुई गाय का शव, इन टाइगर्स को मारने के लिए बिछाया गया था। यह कृत्य संभवतः शिकारी या ग्रामीणों द्वारा अंजाम दिया गया हो सकता है, हालांकि जांच जारी है।

वन विभाग ने बताया कि मृत बाघों का आज पोस्टमॉर्टम किया जाएगा, ताकि मौत के कारणों की पुष्टि की जा सके। वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य वन संरक्षक के नेतृत्व में जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट तीन दिन में सौंपने को कहा गया है।

मंत्री ने जानकारी दी कि कर्नाटक में 560 से अधिक बाघ हैं, जिससे यह राज्य देश में दूसरे स्थान पर आता है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघों की सुरक्षा के लिए और अधिक सतर्कता और प्रतिबद्धता से काम करेगी।

इसके अलावा, वन विभाग क्षेत्र में निगरानी बढ़ाएगा और भविष्य में ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएगा।

अंततः, यह घटना न केवल वन्यजीव संरक्षण के प्रति चेतावनी है, बल्कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को भी दर्शाती है। अब निगाहें जांच रिपोर्ट और सरकार की अगली कार्यवाही पर टिकी हैं।