रायपुर, 14 सितंबर 2025/ ETrendingIndia / Science Park in Gangrel – Students will understand complex concepts of science in a simple and entertaining way: Now they will be able to touch, rotate and experiment with the models / गंगरेल साइंस पार्क 2025 , साइंस पार्क बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की भावना को विकसित करने के उद्देश्य से स्थापित किया जा रहा है। धमतरी जिले का गंगरेल क्षेत्र पहले से ही एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है। साइंस पार्क के माध्यम से यहां शिक्षा और पर्यटन का अनोखा संगम देखने को मिलेगा।
गंगरेल साइंस पार्क 2025 , इसका उद्देश्य है कि बच्चे विज्ञान को केवल किताबों में न पढ़ें, बल्कि उसे छूकर, देखकर और प्रयोग करके समझें। यह पार्क न केवल विद्यार्थियों बल्कि आम नागरिकों और पर्यटकों के लिए भी एक प्रेरणादायी स्थल बनेगा। यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
धमतरी जिले के पं. रविशंकर जलाशय परियोजना गंगरेल स्थित बरूवा गार्डन में साइंस पार्क का निर्माण किया जा रहा है। गंगरेल जलाशय प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में सैलानी और विद्यार्थी भ्रमण के लिए आते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए विज्ञान को रोचक और व्यवहारिक रूप में प्रस्तुत करने के लिए साइंस पार्क का निर्माण किया जा रहा है।
इस पार्क में 28 आउटडोर और 40 इनडोर उपकरण लगाए गए हैं। स्वचालित और इंटरेक्टिव होने के कारण यह न केवल विद्यार्थियों बल्कि आम नागरिकों और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।
ओपन-एयर प्रदर्शनी, गुरुत्वाकर्षण, प्रकाश, ध्वनि, ऊर्जा परिवर्तन, लीवर और पुली जैसे वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझाने वाले मॉडल खुले वातावरण में लगाए गए हैं.
पर्यावरण अनुकूल वातावरण हरियाली से घिरे इस उद्यान में विद्यार्थी खेल-खेल में सीख सकेंगे। यहां प्रसिद्ध वैज्ञानिकों की प्रतिमाएं, कृत्रिम उपग्रह का चलित मॉडल, तरंग गति, कंकाल तंत्र, अनंत पथ, ब्लैक होल का प्रदर्शन, ध्वनि संचरण, मानव नेत्र की कार्यप्रणाली और रंगों का मिश्रण जैसे विषयों पर आधारित मॉडल स्थापित किए गए हैं।
यह साइंस पार्क से छात्रों में जिज्ञासा, तार्किक सोच और नवाचार की भावना को बढ़ावा मिलेगा। यह साइंस पार्क धमतरी जिले के लिए ज्ञान, मनोरंजन और पर्यटन का केंद्र बनने जा रहा है।
कलेक्टर धमतरी ने बताया कि विज्ञान को सरल और रोचक ढंग से प्रस्तुत करने की यह पहल न केवल बच्चों को प्रेरित करेगी, बल्कि जिले को शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान दिलाएगी।