ETrendingIndia महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत चल रहे प्रोजेक्ट उन्नति मुंगेली जिले के ग्रामीणों के लिए एक नई आशा बनकर आया है। बकरी पालन, पशुपालन, कृषि सखी, पशु सखी और सूअर पालन जैसे विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण देकर लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है।

ग्राम हथनीकला के दीपक सिंह भी प्रोजेक्ट उन्नति मुंगेली से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में सफल रहे हैं। प्रोजेक्ट उन्नति: मुंगेली के दीपक सिंह ने मुर्गी पालन से बदली अपनी तकदीर पहले वे पूरी तरह से कृषि और मनरेगा की मजदूरी पर निर्भर थे, लेकिन जब जिला प्रशासन ने इस योजना के तहत मुर्गी पालन प्रशिक्षण की शुरुआत की, तो उन्होंने इसमें भाग लेने का निर्णय लिया। बिलासपुर के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में 10 दिनों का वैज्ञानिक पद्धति से मुर्गी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्होंने इस व्यवसाय को अपनाया।

प्रोजेक्ट उन्नति: मुंगेली के दीपक सिंह ने मुर्गी पालन से बदली अपनी तकदीर मनरेगा से प्राप्त धनराशि से 10 मुर्गियों से शुरुआत की। धीरे-धीरे उनकी आमदनी बढ़ने लगी और उन्होंने अधिक मुर्गियाँ खरीदीं। आज, उनकी मेहनत रंग लाई है और उनका यह छोटा व्यवसाय एक सफल उद्यम में बदल चुका है। उन्होंने 01 लाख रुपये की लागत से एक आधुनिक पोल्ट्री शेड का निर्माण किया, जिसमें अब 450 मुर्गियाँ हैं। इससे न केवल उनकी आमदनी बढ़ी, बल्कि गाँव के अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलने लगे।

प्रोजेक्ट उन्नति मुंगेली न केवल दीपक सिंह जैसे व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बना रहा है, बल्कि ग्रामीण समुदाय को भी लाभ पहुंचा रहा है। यह योजना कई अन्य ग्रामीणों को भी स्वरोजगार अपनाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रही है।