ETrendingIndia भारत के सुप्रीम कोर्ट ने केस प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) टूल्स को अपनाया है। AI का उपयोग संविधान पीठ की मौखिक बहसों को ट्रांसक्राइब करने के लिए किया जा रहा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इसके अलावा, नियमित सुनवाई के दौरान भी AI-आधारित ट्रांसक्रिप्शन की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) के सहयोग से, AI-आधारित अनुवाद प्रणाली का उपयोग कर रहा है, जिससे न्यायिक फैसलों को अंग्रेजी से 18 भारतीय भाषाओं में अनुवादित किया जा रहा है। यह सुविधा eSCR पोर्टल पर उपलब्ध है, जिससे आम जनता और वकीलों को लाभ होगा।
इसके अलावा, IIT मद्रास के सहयोग से सुप्रीम कोर्ट ने AI-आधारित टूल विकसित किया है, जो इलेक्ट्रॉनिक फाइलिंग प्रणाली में त्रुटियों की पहचान करने में मदद करता है। इसे 200 अधिवक्ताओं को परीक्षण के लिए उपलब्ध कराया गया है। यह टूल Integrated Case Management & Information System (ICMIS) के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे केस प्रबंधन अधिक प्रभावी होगा।
हालांकि, AI का उपयोग केवल ट्रांसक्रिप्शन, अनुवाद और डेटा विश्लेषण के लिए किया जा रहा है, न कि न्यायिक निर्णय लेने के लिए। Supreme Court Portal Assistance in Court Efficiency (SUPACE) नामक AI टूल अभी प्रयोगात्मक चरण में है, जो मामलों का डेटा विश्लेषण और न्यायिक मिसालों की खोज करने में सहायक होगा। इसके प्रभावी उपयोग के लिए उन्नत AI हार्डवेयर, जैसे Tensor Processing Units (TPUs) की आवश्यकता होगी।
इस जानकारी को राज्यसभा में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने साझा किया। सुप्रीम कोर्ट में केस प्रबंधन के लिए AI का उपयोग भारतीय न्याय प्रणाली को अधिक कुशल और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।