-शान्ति सरोवर ,रिट्रीट सेन्टर में गीता रहस्य प्रवचनमाला का दूसरा दिन…

   रायपुर/ ETrendingIndia / 2nd day Geeta gayan mahotsav at santi sarovar , raipur/ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विधानसभा मार्ग पर स्थित शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में आयोजित गीता ज्ञान महोत्सव के दूसरे दिन गीता मर्मज्ञ ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी ने कहा कि यदि आप स्वयं खुश रहना चाहते हैं ,तो आपको दूसरों को खुशी देनी पड़ेगी। जितना हो सके ज्ञान ओर खुशी बाँटते रहो। बाँटने से खुशी मिलेगी।

उन्होंने कहा कि दुनिया में जितने भी लोग अहंकार वश इतराते थे उन सभी का अन्त हो गया। भगवान को नकारकर उनका अपमान करने वाले रावण, कंस आदि कोई भी बच नहीं पाए।

 गीता ज्ञान महोत्सव में उन्होंने कहा कि गीता में भगवान ने अपना परिचय खुद दिया है और कहा कि मैं देवताओं और महर्षियों से भी आदि हूँ।उन्होंने कहा कि कितने भी लोगों के बीच में रहो किन्तु मन से एकान्त में रहो। उन्होंने कहा कि भगवान एक है तो एक में मन को लगाओ। यहाँ-वहाँ मन को मत भटकाओ।

उन्होंने कहा कि कोई बात हुई तो माफ करो और भूल जाओ।मन में दबाकर मत रखो। इससे तो बीमारी को निमंत्रण दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यदि हमने इस दुनिया को नर्क बनाया है तो हमें ही इसे बदलना होगा।

आज का मनुष्य डरावना हो गया है । कैसी दुनिया हो गई है? यह ही धर्मग्लानि का समय है। यदि अब नहीं तो कब आएंगे भगवान।

परमात्मा अजन्मा हैं। परमात्मा सूर्य-चांद तारों से पार परमधाम निवासी हैं उनको यहाँ अनुभव करने के लिए हमने यहाँ मन्दिरों में निराकार परमात्मा की प्रतिमा शिवलिंग बनाई।

भगवान ने कहा कि जो भी जिस भी भावना से भक्ति करेगा उसका फल मैं ही देता हूँ। जैसे चांद सितारों आदि की अपनी कोई रोशनी नहीं होती। यह सभी सूरज से रोशनी लेकर हमें देते हैं वैसे ही जितने भी देवआत्माएं, महात्माएं और पुण्यात्माएं हैं वह सभी परमात्मा से शक्ति लेकर हमें देते हैं।

आज सभी बातों  के मायने बदल गए हैं, अर्थ बदल गए हैं। शब्द वही है भावना बदल गए हैं। भावनाओं को पुन श्रेष्ठ बनाने, कर्मों को सुखदायी और जीवन को सुखमय बनाने के लिए भगवान ने जो बातें बतलायी हैं उसे धारण करना जरूरी है।