बचत खातों की ब्याज
बचत खातों की ब्याज

रायपुर / ETrendingIndia / बचत खातों की ब्याज , भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में की गई 50 आधार अंकों की रेपो दर कटौती के बाद देश के प्रमुख बैंकों – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक सहित अन्य निजी व सार्वजनिक बैंकों ने बचत खातों पर दी जाने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है।

इस निर्णय का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा, जिनकी बड़ी राशि बचत खातों में जमा रहती है।

नई दरों के तहत अधिकांश बैंकों ने ब्याज दर को 3.5% से घटाकर 3% या इससे भी नीचे कर दिया है।

बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने और आर्थिक विकास को गति देने

की नीति का हिस्सा है।

इससे एक ओर जहां ऋण सस्ता हो सकता है,

लेकिन आम ग्राहकों की जमा पर मिलने वाला रिटर्न घटने से उनकी बचत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि अब ग्राहकों को अपनी वित्तीय योजनाओं पर पुनर्विचार करना होगा और अधिक

लाभ के लिए सावधि जमा (एफडी), डेट म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए।

यह बदलाव उन लोगों के लिए खासतौर पर चिंताजनक है जो अपनी दैनिक या मासिक आय का बड़ा हिस्सा

बचत खाते में ही रखते हैं।