रायपुर 7 सितंबर 2025 / ETrendingIndia / The beauty of Cherrapunji blossoms in the rainy season, monsoon tourism becomes an attraction / चेरापूंजी मॉनसून टूरिज्म , मेघालय का चेरापूंजी, जिसे दुनिया में सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में गिना जाता है, बरसात के दिनों में किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता।
घने बादलों से घिरी हरी-भरी पहाड़ियाँ, झरनों की गूंज और वादियों में फैली ताजगी हर पर्यटक को मोह लेती है।
मॉनसून सीजन यहां के पर्यटन की सबसे बड़ी विशेषता माना जाता है।

चेरापूंजी की खास पहचान यहां के भव्य झरने हैं—नोक्कालिकाई फॉल्स, सेवेन सिस्टर्स फॉल्स और दैनथलिन फॉल्स, जो बारिश में अपने पूरे शबाब पर नजर आते हैं।
इसके अलावा यहां के लिविंग रूट ब्रिज (पेड़ों की जड़ों से बने प्राकृतिक पुल) दुनिया भर में अनोखे माने जाते हैं। बारिश में ये पुल और भी जीवंत प्रतीत होते हैं।
मॉनसून टूरिज्म के लिए चेरापूंजी आने वाले पर्यटकों को यहां की गुफाएँ, स्थानीय खासी जनजाति की संस्कृति और पारंपरिक व्यंजन भी आकर्षित करते हैं।
प्राकृतिक छटा और ठंडी हवाएँ यात्रियों को अलग ही अनुभव कराती हैं।
आने-जाने के साधनों की बात करें तो चेरापूंजी का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा गुवाहाटी (असम) में है, जो लगभग 170 किमी दूर है।
गुवाहाटी से शिलांग तक सड़क मार्ग और फिर शिलांग से टैक्सी या बस द्वारा चेरापूंजी पहुंचा जा सकता है।
पर्यटन विभाग का कहना है कि इस मौसम में देश-विदेश से बड़ी संख्या में यात्री यहां पहुंचते हैं।
बरसात में चेरापूंजी न सिर्फ प्रकृति प्रेमियों बल्कि रोमांच के शौकीनों के लिए भी एक यादगार अनुभव प्रदान करता है।